


भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 2 जुलाई 2025 से बर्मिंघम के एजबेस्टन में होने जा रहा है। इस मैच में भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का नाम नहीं होगा। मुख्य कोच गौतम गंभीर ने पिछले मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत इस सीरीज में पांच मैचों में से केवल तीन टेस्ट मैच खिलाए जाएंगे, ताकि उनकी फिटनेस बनी रहे।
एबी डिविलियर्स ने उठाए सवाल
इस फैसले पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गौतम गंभीर और भारतीय टीम मैनेजमेंट की आलोचना करते हुए बुमराह को इस महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज में पूरी भागीदारी देने की अपील की। डिविलियर्स ने कहा, "मेरी राय में, टेस्ट क्रिकेट खेल का सर्वोच्च प्रारूप है। बुमराह की इस सीरीज में सबसे ज्यादा जरूरत है और उन्हें सभी मैचों में खेलना चाहिए। यह युवा टीम है, और उनके अनुभव की इस समय ज़रूरत है।"
डेल स्टेन का उदाहरण
डिविलियर्स ने बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट पर सुझाव देते हुए डेल स्टेन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, "हम डेल स्टेन को कम महत्वपूर्ण वनडे और टी20 मैचों में आराम देते थे, लेकिन उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए तैयार रखते थे। यही तरीका बुमराह के लिए भी अपनाया जा सकता है।"
गौतम गंभीर का तर्क
गौतम गंभीर ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा, "बुमराह की फिटनेस और प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए उनका वर्कलोड मैनेज करना बेहद जरूरी है। इस फैसले से उनका करियर लंबा होगा, और वह चोट से बचेंगे।" गंभीर के अनुसार, बुमराह जैसे प्रमुख खिलाड़ी को बड़ी सीरीज में सबसे प्रभावी बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।